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Showing posts from 2011
मेरे बच्चों की हंसी कुलकुले मीना जैसे जैसे नग़्मा हो किसी झरने का जैसे दोशीज़ा के पायल की झनक जैसे कलियों के चटक़ने की सदा जैसे रफ्तार ए सबा जैसे खंदा हो सहर जैसे महबूब की उल्फत की नज़र इनकी मासूम हंसी एश अंगेज़ सुकून मुझको अता करती है मेरा हर दर्द मिटा देती है ग़म अफ़्कार भुला देती है मेरे बच्चों की हंसी !
तमन्ना ने तेरी होठों पे उंगली रख कर जैसे ही कहा “श्श्शश्श” सारे मेरे ख्वाब ठिठक कर रुक गए…
मानवता की देख हालत पत्थर-पत्थर रोता है जीवन में हर घटना के पीछे इक सदस्य छुपा होता है। आंसू और आहों का रिश्ता जब सिसकी से होता है गम का दरिया बहकर आंसू का सागर होता है कत्ल किसी का हुआ सड़क पर राजा महल में सोता है।
क्या मिलिए ऎसे लोगों से, जिनकी फितरत छुपी रहे नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे। खुद से भी जो खुद को छुपाए, क्या उनसे पहचान करें क्या उनके दामन से लिपटें, क्या उनका अरमान करें जिनकी आधी नीयत उभरे, आधी नीयत छुपी रहे नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे। दिलदारी का ढोंग रचाकर, जाल बिछाएं बातों का जीते-जी का रिश्ता कहकर सुख ढूंढे कुछ रातों का रूह की हसरत लब पर आए, जिस्म की हसरत छुपी रहे नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे। जिनके जुल्म से दुखी है जनता हर बस्ती हर गाँव में दया धरम की बात करें वो, बैठ के सजी सभाओं में दान का चर्चा घर-घर पहुंचे, लूट की दौलत छुपी रहे नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे। देखें इन नकली चेहरों की कब तक जय-जयकार चले उजले कपड़ों की तह में, कब तक काला संसार चले कब तक लोगों की नजरों से, छुपी हकीकत चुपी रहे नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे। क्या मिलिए ऎसे लोगों से, जिनकी फितरत छुपी रहे नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे।
है तिनके की भी एहमियत इस जहाँ में, वीरान हो जाती है शाख जब पत्ते झड़ जाते हैं। कौन पूछता है पिंजरे में बंद इन पंछियों को, याद वोह ही आते हैं जो उड़ जाते हैं।

Gulzar :: Shayari :: Chand !

आप की खातिर अगर हम लूट भी लें आसमाँ क्या मिलेगा चंद चमकीले से शीशे तोड़ के चाँद चुभ जायेगा उंगली में तो खून आ जायेगा _______ मां ने जिस चांद सी दुल्हन की दुआ दी थी मुझे आज की रात वह फ़ुटपाथ से देखा मैंने रात भर रोटी नज़र आया है वो चांद मुझे _______ सारा दिन बैठा,मैं हाथ में लेकर खाली कासा रात जो गुज़री,चांद की कौड़ी डाल गई उसमें सूदखोर सूरज कल मुझसे ये भी ले जायेगा।

Gulzar

आदतन तुम ने कर दिए वादे आदतन हम ने ऐतबार किया तेरी राहों में हर बार रुक कर हम ने अपना ही इन्तज़ार किया अब ना माँगेंगे ज़िन्दगी या रब ये गुनाह हम ने एक बार किया

By Rahat Indori

उँगलियाँ यूँ न सब पर उठाया करो खर्च करने से पहले कमाया करो ज़िन्दगी क्या है खुद ही समझ जाओगे बारिशों में पतंगें उड़ाया करो दोस्तों से मुलाक़ात के नाम पर नीम की पत्तियों को चबाया करो शाम के बाद जब तुम सहर देख लो कुछ फ़क़ीरों को खाना खिलाया करो अपने सीने में दो गज़ ज़मीं बाँधकर आसमानों का ज़र्फ़ आज़माया करो चाँद सूरज कहाँ, अपनी मंज़िल कहाँ ऐसे वैसों को मुँह मत लगाया करो
पुराने शहरों के मंज़र निकलने लगते हैं ज़मीं जहाँ भी खुले घर निकलने लगते हैं मैं खोलता हूँ सदफ़ मोतियों के चक्कर में मगर यहाँ भी समन्दर निकलने लगते हैं हसीन लगते हैं जाड़ों में सुबह के मंज़र सितारे धूप पहनकर निकलने लगते हैं बुरे दिनों से बचाना मुझे मेरे मौला क़रीबी दोस्त भी बचकर निकलने लगते हैं बुलन्दियों का तसव्वुर भी ख़ूब होता है कभी कभी तो मेरे पर निकलने लगते हैं अगर ख़्याल भी आए कि तुझको ख़त लिक्खूँ तो घोंसलों से कबूतर निकलने लगते हैं
जिसकी धुन पर दुनिया नाचे, दिल एक ऐसा इकतारा है, जो हमको भी प्यारा है और, जो तुमको भी प्यारा है. झूम रही है सारी दुनिया, जबकि हमारे गीतों पर, तब कहती हो प्यार हुआ है, क्या अहसान तुम्हारा है. जो धरती से अम्बर जोड़े , उसका नाम मोहब्बत है , जो शीशे से पत्थर तोड़े , उसका नाम मोहब्बत है , कतरा कतरा सागर तक तो ,जाती है हर उमर मगर , बहता दरिया वापस मोड़े , उसका नाम मोहब्बत है . पनाहों में जो आया हो, तो उस पर वार क्या करना ? जो दिल हारा हुआ हो, उस पे फिर अधिकार क्या करना ? मुहब्बत का मज़ा तो डूबने की कशमकश में हैं, जो हो मालूम गहराई, तो दरिया पार क्या करना ? बस्ती बस्ती घोर उदासी पर्वत पर्वत खालीपन, मन हीरा बेमोल बिक गया घिस घिस रीता तनचंदन, इस धरती से उस अम्बर तक दो ही चीज़ गज़ब की है, एक तो तेरा भोलापन है एक मेरा दीवानापन. तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है समझता हूँ, तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है समझता हूँ, तुम्हे मै भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नही लेकिन, तुम्ही को भूलना सबसे ज़रूरी है समझता हूँ By: Dr Kumar Vishwas your view

for my PG(Husband)

किसी पत्थर में मुरत है, कोई पत्थर कि मुरत है, लो हमने देख ली दुनिया जो इतनी खूबसूरत है, जमाना अपनी समझे पर मुझे अपनी ख़बर ये है, तुझे मेरी जरूरत है, मुझे तेरी जरूरत है.... your view

madagascar song(hindi)

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