Most of the shadows of this life are caused by our standing in our own sunshine.
Ralph Waldo Emerson
Ralph Waldo Emerson
आज आखिर परेशान होकर पूछ ही लिया कैसे भगवन हो
मुश्किलों में अकेला छोड़ चले जाते हो
खुदा ने फ़रमाया
हर किसी के साथ हर समय तो नहीं रह सकता हूँ
इसिलिये कभी खुद आ जाता हूँ कभी अपनी बन्दों के रूप में रहमत भेज देता हूँ
मुश्किलों में अकेला छोड़ चले जाते हो
खुदा ने फ़रमाया
हर किसी के साथ हर समय तो नहीं रह सकता हूँ
इसिलिये कभी खुद आ जाता हूँ कभी अपनी बन्दों के रूप में रहमत भेज देता हूँ
इतिहास से आज मै पूछ बैठा;
उपरवाले ने हर एक को वही हाथ वही पैर दिए;
वही थोड़ी सी बुद्धि वही चलने के सलीके दिए ;
वही कुछ कर गुजरने के बारूद के ढेर भी मन में भर दिए ;
फिर भी तुम्हारी जुबां पर कुछ ही लोगों का नाम पता क्यूँ होता है ;
क्यूँ चंद नामों का ही नाम तुम्हारी किताबों में बयां होता है ;
तुम क्यूँ हर नाम का जोखा नहीं बताते;
ऐसा पछ्पात करते क्यूँ नहीं सकुचाते;
इतिहास से आज मै पूछ बैठा.
उपरवाले ने हर एक को वही हाथ वही पैर दिए;
वही थोड़ी सी बुद्धि वही चलने के सलीके दिए ;
वही कुछ कर गुजरने के बारूद के ढेर भी मन में भर दिए ;
फिर भी तुम्हारी जुबां पर कुछ ही लोगों का नाम पता क्यूँ होता है ;
क्यूँ चंद नामों का ही नाम तुम्हारी किताबों में बयां होता है ;
तुम क्यूँ हर नाम का जोखा नहीं बताते;
ऐसा पछ्पात करते क्यूँ नहीं सकुचाते;
इतिहास से आज मै पूछ बैठा.
अपनी नयी किताब एक पन्ना पलट कर फ़रमाया;
कोई शक नहीं वही बुद्धि और कर गुजरने के बारूद के ढेर सभी को मिलें हैं ;
बस फर्क सिर्फ इतना है कोई उसपर आंसुओं का पानी डालकर गलने देता है;
कोई उम्मीद की एक छोटी सी चिंगारी बनकर सफलता की ज्वाला खडी कर देता है;
दोनों की दास्ताँ बिना पछ्पात मेरे पन्नों में दर्ज होती है;
बस उम्मीदवाले की चिंगारी उस दास्ताँ को अमिट बना देती है ;
और आंसुवाले की दास्ताँ उसके आंसुओं में मिट जाती है;
इन्ही अमिट और मिटे हुए पन्नो से एक नयी इतिहास ही किताब बन जाती है.
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